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ऐ आईने तेरा चेहरा अब अच्छा लगता है


बस गए होजबसेइन आँखों में तस्वीर बनके
ऐ आईने तेरा चेहरा अब अच्छा लगता है

वादे इरादे तो होंगे इस प्यार में भी मगर
उसका हर वादा सब वादों से सच्चा लगता है

आशिक़ों के किस्से तो हमने भी सुन रखे है
मगर उनका प्यार तेरे प्यार से कच्चा लगता है

तेरी मुस्कान ने घोली है फ़िज़ा में वो खुशबू
कि आशिक़ बना इस शहर का हर बच्चा लगता है

और तेरे गालों से खेलती इन लेटो की कसम
प्यार में जीना- मरना अब अच्छा लगता है

आरज़ू-ए-अर्जुन

  

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