आदाब
चलोगे सफ़र पे, मेरे यार तुम भी
अकेले से रहते हो, बेज़ार तुम भी
चलो ज़िंदगी के पिएँ जाम मिलके
नहीं हम अकेले हो मयख़ार तुम भी
ज़हर पी रहे हो मगर चुपके चुपके
हो हालात से आज लाचार तुम भी
फ़क़त जी रहे हैं ये तर्क-ए-मुहब्बत
ख़तावार मैं भी, ख़तावार तुम भी
यहाँ ज़िन्दगी की कहानी में यारो
हूँ किरदार मैं ग़र अदाकार तुम भी
लबों की हसी से छुपाते हो आंसू
बड़े खूबसूरत हो फ़नकार तुम भी
अगर आग से खेलते हो तो सुन लो
सुबह का बनोगे समाचार तुम भी
भला कैसे बिकते न बाज़ार में हम
रकीबों में शामिल ख़रीदार तुम भी
तुझे नेमतें भी खुदा की मिलेंगी
ज़रा मुफ़लिसों से करो प्यार तुम भी
यहाँ 'आरज़ू' सिर उठा कर जिया है
है आसां नहीं पर चलो यार तुम भी
आरज़ू -ए-अर्जुन
चलोगे सफ़र पे, मेरे यार तुम भी
अकेले से रहते हो, बेज़ार तुम भी
चलो ज़िंदगी के पिएँ जाम मिलके
नहीं हम अकेले हो मयख़ार तुम भी
ज़हर पी रहे हो मगर चुपके चुपके
हो हालात से आज लाचार तुम भी
फ़क़त जी रहे हैं ये तर्क-ए-मुहब्बत
ख़तावार मैं भी, ख़तावार तुम भी
यहाँ ज़िन्दगी की कहानी में यारो
हूँ किरदार मैं ग़र अदाकार तुम भी
लबों की हसी से छुपाते हो आंसू
बड़े खूबसूरत हो फ़नकार तुम भी
अगर आग से खेलते हो तो सुन लो
सुबह का बनोगे समाचार तुम भी
भला कैसे बिकते न बाज़ार में हम
रकीबों में शामिल ख़रीदार तुम भी
तुझे नेमतें भी खुदा की मिलेंगी
ज़रा मुफ़लिसों से करो प्यार तुम भी
यहाँ 'आरज़ू' सिर उठा कर जिया है
है आसां नहीं पर चलो यार तुम भी
आरज़ू -ए-अर्जुन
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