आदाब
1222 1222 122
किसी का दिल दुखाया जा रहा है
किली का घर बसाया जा रहा है
छुपा के आंसुओं को अंजुमन में
खुशी से मुस्कुराया जा रहा है
सजाना प्यार से तुम आशियाना
सबक उसको पढ़ाया जा रहा है
बड़ा मुश्किल है यादों को भुलाना
मगर फिर भी भुलाया जा रहा है
बिठाया था हमें जिसजिस जगह पे
वहीं से अब गिराया जा रहा है
बना था जो मसीहा दोस्ती का
उसे सूली चढाया जा रहा है
बना कर के तमाशा मुफ़लिसी का
ज़माने को हसाया जा रहा है
जिसे तुम 'आरज़ू ' कहते मुहब्बत
उसे सौदा बनाया जा रहा है
आरज़ू -ए-अर्जुन
1222 1222 122
किसी का दिल दुखाया जा रहा है
किली का घर बसाया जा रहा है
छुपा के आंसुओं को अंजुमन में
खुशी से मुस्कुराया जा रहा है
सजाना प्यार से तुम आशियाना
सबक उसको पढ़ाया जा रहा है
बड़ा मुश्किल है यादों को भुलाना
मगर फिर भी भुलाया जा रहा है
बिठाया था हमें जिसजिस जगह पे
वहीं से अब गिराया जा रहा है
बना था जो मसीहा दोस्ती का
उसे सूली चढाया जा रहा है
बना कर के तमाशा मुफ़लिसी का
ज़माने को हसाया जा रहा है
जिसे तुम 'आरज़ू ' कहते मुहब्बत
उसे सौदा बनाया जा रहा है
आरज़ू -ए-अर्जुन
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