आदाब
उन्हें देख कर मंचले चल रहे हैं
मुहब्बत के ये सिलसिले चल रहे हैं
कदम को ज़रा तुम बढ़ा कर तो देखो
लगेगा तुम्हें काफ़िले चल रहे हैं
अकेला नहीं आज दुनिया में तू है
तेरे साथ में हौसले चल रहे हैं
दिलों के ये छाले दिखा ना किसी को
यहाँ पे सभी दिलजले चल रहे हैं
दरारें पड़ी हैं सभी के दिलों में
जमीं पे नहीं ज़लज़ले चल रहे हैं
हसी पे न जाओ मेरी ऐ दिवानों
हैं सुलगे हुए पर खिले चल रहे हैं
यकीनन मिलेंगी हमें मंज़िलें भी
लिए हौसले को चले चल रहे हैं
यकीं आरज़ू अब करे किस बशर का
दिलों में अभी करबले चल रहे हैं
आरज़ू -ए-अर्जुन
उन्हें देख कर मंचले चल रहे हैं
मुहब्बत के ये सिलसिले चल रहे हैं
कदम को ज़रा तुम बढ़ा कर तो देखो
लगेगा तुम्हें काफ़िले चल रहे हैं
अकेला नहीं आज दुनिया में तू है
तेरे साथ में हौसले चल रहे हैं
दिलों के ये छाले दिखा ना किसी को
यहाँ पे सभी दिलजले चल रहे हैं
दरारें पड़ी हैं सभी के दिलों में
जमीं पे नहीं ज़लज़ले चल रहे हैं
हसी पे न जाओ मेरी ऐ दिवानों
हैं सुलगे हुए पर खिले चल रहे हैं
यकीनन मिलेंगी हमें मंज़िलें भी
लिए हौसले को चले चल रहे हैं
यकीं आरज़ू अब करे किस बशर का
दिलों में अभी करबले चल रहे हैं
आरज़ू -ए-अर्जुन
Comments
Post a Comment