आदाब
अगर साफ़ दिल वो दिखाने लगेंगे
खुदा की कसम पास आने लगेंगे
कोई गर कहे ग़म, नहीं ज़िंदगी में
खुशी से सदा मुस्कराने लगेंगे
सफ़ाई न दो तुम ज़माने को यारो
ज़माने को यह सब, फ़साने लगेंगे
कोई भूख से मर रहा है कहीं पे
कहीं दावतों के ख़जाने लगेंगे
बता दो मुझे किस जगह रब मिलेंगे
तुम्हारी तरह सिर झुकानें लगेंगे
अगर काम के हो तो सिर पे बिठायें
नहीं तो नज़र से गिराने लगेंगे
तुम्हारी वफा में हो शिद्दत अगर जो
तो आगोश में वो भी आने लगेंगे
अगर चार पैसे तेरी जेब में हैं
सभी खा़ब तुमको सुहाने लगेंगे
ये लोगों को या रब हुआ आज क्या है
कहीं पे भी सर को झुकाने लगेंगे
बिकी हर खबर आज अख़बार की है
हकीकत को वो क्यों बताने लगेंगे
यहाँ आरज़ू हर खुशी है मुनासिब
मगर ढूँढने को ज़माने लगेंगे
आरज़ू ए-अर्जुन
अगर साफ़ दिल वो दिखाने लगेंगे
खुदा की कसम पास आने लगेंगे
कोई गर कहे ग़म, नहीं ज़िंदगी में
खुशी से सदा मुस्कराने लगेंगे
सफ़ाई न दो तुम ज़माने को यारो
ज़माने को यह सब, फ़साने लगेंगे
कोई भूख से मर रहा है कहीं पे
कहीं दावतों के ख़जाने लगेंगे
बता दो मुझे किस जगह रब मिलेंगे
तुम्हारी तरह सिर झुकानें लगेंगे
अगर काम के हो तो सिर पे बिठायें
नहीं तो नज़र से गिराने लगेंगे
तुम्हारी वफा में हो शिद्दत अगर जो
तो आगोश में वो भी आने लगेंगे
अगर चार पैसे तेरी जेब में हैं
सभी खा़ब तुमको सुहाने लगेंगे
ये लोगों को या रब हुआ आज क्या है
कहीं पे भी सर को झुकाने लगेंगे
बिकी हर खबर आज अख़बार की है
हकीकत को वो क्यों बताने लगेंगे
यहाँ आरज़ू हर खुशी है मुनासिब
मगर ढूँढने को ज़माने लगेंगे
आरज़ू ए-अर्जुन
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