शिव भजन
तेरी सूरत है प्यारी
पूजे ये दुनिया सारी
तेरे चरणों में होती है जन्नत हमारी
भोले भंडारी मेरे भोले भंडारी -४
तेरी जटायें गंगा समाये
चाँद सुहाए मस्तक तेरे
ओ हलाहल को पीने वाले
अमृत सागर दिल में तेरे
तेरी हर बात न्यारी
पूजे ये दुनिया सारी
तेरे चरणों में होती है जन्नत हमारी
भोले भंडारी मेरे भोले भंडारी -४
भोले भंडारी मेरे भोले भंडारी -४
तेरी सूरत है प्यारी
पूजे ये दुनिया सारी
तेरे चरणों में होती है जन्नत हमारी
भोले भंडारी मेरे भोले भंडारी -४
तेरी जटायें गंगा समाये
चाँद सुहाए मस्तक तेरे
ओ हलाहल को पीने वाले
अमृत सागर दिल में तेरे
तेरी हर बात न्यारी
पूजे ये दुनिया सारी
तेरे चरणों में होती है जन्नत हमारी
भोले भंडारी मेरे भोले भंडारी -४
हम खलकामी भक्त तुम्हारे
तू सबका कल्याण करे
भवसागर तर जाता है वो
जो भी तेरा ध्यान करे
पूरे जग के ओ स्वामी
पूजे ये दुनिया सारी
तेरे चरणों में होती है जन्नत हमारीभोले भंडारी मेरे भोले भंडारी -४
भंग नहीं तू भाव को पीता
अज्ञानी हम क्या जाने
श्रद्धा भक्ति भोग लगाये
बाहरी आडंबर न माने
अर्जुन तेरा पुजारी
पूजे ये दुनिया सारी
तेरे चरणों में होती है जन्नत हमारी
भोले भंडारी मेरे भोले भंडारी -४
आरज़ू-ए-अर्जुन
भोले भंडारी मेरे भोले भंडारी -४
आरज़ू-ए-अर्जुन
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