गीत
मुझे लड़ना है हालात से, साँसे अभी बाकी है
मुझे बढ़ना है उसी राहपे मंजिल अभी बाकी है
मेरी आँखें आज भी ख्वाबों से रूठे है
वो सपने आज भी बिखरे से टूटे है
अभी आँखों को तो मनाया है
सपने अभी बाकी है, सांसे अभी बाकी है
मुझे लड़ना है हालात से, साँसे अभी बाकी है.....
मेरे पैरों से बंधी हैं गर्दिश की बेड़ियाँ
मेरी राहों से गुज़रती नफरत की आँधियाँ
अभी बंधन ही तो काटा है
मंजिल अभी बाकी है , सांसें अभी बाकी है
मुझे लड़ना है हालात से, साँसे अभी बाकी है.....
मेरे दिल की अनकही मेरे होटों पे रुकी
दुनियां से ग़मज़दा अपनों की बेरुख़ी
अभी दिल ने तो पुकारा है
अपने अभी बाकी है , सांसे अभी बाकी है
मुझे लड़ना है हालात से, साँसे अभी बाकी है
मुझे बढ़ना है उसी राहपे मंजिल अभी बाकी है
आरज़ू-ए-अर्जुन
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