आदाब
मेरी तरह तड़पा करते हो
चुपके से रोया करते हो
आंखें पुरनम रहती हरदम
हसने का वादा करते हो
क्या मिला होकर के तन्हा
किस लिए रूठा करते हो
जीना मुश्किल हो जाता है
फिर भी तुम ऐसा करते हो
यार बताओगे तुम मुझ को
तन्हाई में क्या करते हो
सुलगा सुलगा रहता हूँ जब
ख़ाबों में आया करते हो
थपकी देता हूँ मैं शब भर
ठीक बगल सोया करते हो
मुझको हवायें कह देती हैं
शाम ढ़ले तुम क्या करते हो
चांद भी जलता देखा मैने
छत पे जब आया करते हो
मुझपे हसकर जाते हैं वो
जिनका तुम सजदा करते हो
उलझे उलझे मिसरे थे वो
धुन क्या वो गाया करते हो
शिकवे कैसे लब पे लाऊँ
जो करते अच्छा करते हो
देर लगा दी आते आते
मुझसे ही शिकवा करते हो
वक्त-ए-रूख़सत है अब जानां
रोकर आज विदा करते हो
रो रो के कहते हो उठ जा
अर्जुन को रूसवा करते हो
आरज़ू-ए-अर्जुन
मेरी तरह तड़पा करते हो
चुपके से रोया करते हो
आंखें पुरनम रहती हरदम
हसने का वादा करते हो
क्या मिला होकर के तन्हा
किस लिए रूठा करते हो
जीना मुश्किल हो जाता है
फिर भी तुम ऐसा करते हो
यार बताओगे तुम मुझ को
तन्हाई में क्या करते हो
सुलगा सुलगा रहता हूँ जब
ख़ाबों में आया करते हो
थपकी देता हूँ मैं शब भर
ठीक बगल सोया करते हो
मुझको हवायें कह देती हैं
शाम ढ़ले तुम क्या करते हो
चांद भी जलता देखा मैने
छत पे जब आया करते हो
मुझपे हसकर जाते हैं वो
जिनका तुम सजदा करते हो
उलझे उलझे मिसरे थे वो
धुन क्या वो गाया करते हो
शिकवे कैसे लब पे लाऊँ
जो करते अच्छा करते हो
देर लगा दी आते आते
मुझसे ही शिकवा करते हो
वक्त-ए-रूख़सत है अब जानां
रोकर आज विदा करते हो
रो रो के कहते हो उठ जा
अर्जुन को रूसवा करते हो
आरज़ू-ए-अर्जुन
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