आदाब
221.2121.1212.212
चाहत में इस तरह से सताया न कीजिए
नाज़ुक सा दिल है यार दुखाया न कीजिए
बातें तमाम होती है कहने को आपसे
आंखों को दरम्यान यूं लाया न कीजिए
आंचल उड़ा रहे हो, गिराते हो बिजलियाँ
दिल के जलों को और जलाया न कीजिए
महफ़िल में हैं हबीब तो होंगे रकीब भी
सबके करीब आप यूं जाया न कीजिए
जो सिर झुकाता आपकी खिदमद में हर घड़ी
ऐसे बशर की बात में आया न कीजिए
ये नूर चार दिन की है अब चांदनी सनम
यूँ हुस्न का गुरूर दिखाया न कीजिए
भगवान ढूँढते हो तो दिल में ही ढूँढ लो
यूँ हर जगह पे सिर को झुकाया न कीजिए
तेज़ाब सी जले तो, उसे छोड़ 'आरज़ू '
आंखों में ऐसे खा़ब सजाया न कीजिए
आरज़ू -ए-अर्जुन
221.2121.1212.212
चाहत में इस तरह से सताया न कीजिए
नाज़ुक सा दिल है यार दुखाया न कीजिए
बातें तमाम होती है कहने को आपसे
आंखों को दरम्यान यूं लाया न कीजिए
आंचल उड़ा रहे हो, गिराते हो बिजलियाँ
दिल के जलों को और जलाया न कीजिए
महफ़िल में हैं हबीब तो होंगे रकीब भी
सबके करीब आप यूं जाया न कीजिए
जो सिर झुकाता आपकी खिदमद में हर घड़ी
ऐसे बशर की बात में आया न कीजिए
ये नूर चार दिन की है अब चांदनी सनम
यूँ हुस्न का गुरूर दिखाया न कीजिए
भगवान ढूँढते हो तो दिल में ही ढूँढ लो
यूँ हर जगह पे सिर को झुकाया न कीजिए
तेज़ाब सी जले तो, उसे छोड़ 'आरज़ू '
आंखों में ऐसे खा़ब सजाया न कीजिए
आरज़ू -ए-अर्जुन
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