"स्कूल की याद "
याद आते है वो पल हमें
जब हम ਇਕਠੇ ਪੜਿਆ करते थे
तेरे पीछे पीछे ਸਕੂਲੇ शायद
हम जल्दी ਵੜਿਆ करते थे
तुम गोल गप्पों पे मरती थी
हम तुझपे ਮਰਿਆ करते थे
प्रार्थना वक़्त बेचैन सी नज़रें
हम तुझपे ਧਰਿਆ करते थे
क्यों देखती थी उस ਘੁੱਗੂ ਜਿਹੇ को
हम बहुत ਸੜਿਆ करते थे
तुम जाती थी घर पैदल अपने
तेरा ਪਿਛਾ ਕਰਿਆ करते थे
तेरा गंजा बापू पकड़ के हमको
हमारे ਕੰਨਾ ਤੇ ਜੜਿਆ करते थे
बड़ी बोरिंग होती थी SUNDAY
हम ਮਖੀਆਂ ਫੜਿਆ करते थे
तुम गाडी पे आती शूं करके
हम स्टैंड पे ਖੜਿਆ करते थे
तेरे घर की ਗੇੜੀ लगाने को
कई बहाने ਘੜਿਆ करते थे
तेरी ख़ातिर दोस्तों के साथ
हर रोज़ ਲੜਿਆ करते थे
जब पता चला तेरे चक्क्रों का
अपने ਬੋਦੇ ਪਟਿਯਾ करते थे
तू पढ़ लिख ਵਿਆਹ ਕਰ ਬਚੇ ਜੰਮ लए
हम ਮਾਮੂ ਬਣਿਆ करते थे
याद आते है वो पल हमें
जब हम ਇਕਠੇ ਪੜਿਆ करते थे
आरज़ू-ए-अर्जुन
याद आते है वो पल हमें
जब हम ਇਕਠੇ ਪੜਿਆ करते थे
तेरे पीछे पीछे ਸਕੂਲੇ शायद
हम जल्दी ਵੜਿਆ करते थे
तुम गोल गप्पों पे मरती थी
हम तुझपे ਮਰਿਆ करते थे
प्रार्थना वक़्त बेचैन सी नज़रें
हम तुझपे ਧਰਿਆ करते थे
क्यों देखती थी उस ਘੁੱਗੂ ਜਿਹੇ को
हम बहुत ਸੜਿਆ करते थे
तुम जाती थी घर पैदल अपने
तेरा ਪਿਛਾ ਕਰਿਆ करते थे
तेरा गंजा बापू पकड़ के हमको
हमारे ਕੰਨਾ ਤੇ ਜੜਿਆ करते थे
बड़ी बोरिंग होती थी SUNDAY
हम ਮਖੀਆਂ ਫੜਿਆ करते थे
तुम गाडी पे आती शूं करके
हम स्टैंड पे ਖੜਿਆ करते थे
तेरे घर की ਗੇੜੀ लगाने को
कई बहाने ਘੜਿਆ करते थे
तेरी ख़ातिर दोस्तों के साथ
हर रोज़ ਲੜਿਆ करते थे
जब पता चला तेरे चक्क्रों का
अपने ਬੋਦੇ ਪਟਿਯਾ करते थे
तू पढ़ लिख ਵਿਆਹ ਕਰ ਬਚੇ ਜੰਮ लए
हम ਮਾਮੂ ਬਣਿਆ करते थे
याद आते है वो पल हमें
जब हम ਇਕਠੇ ਪੜਿਆ करते थे
आरज़ू-ए-अर्जुन
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